विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान एवं हिन्दू शिक्षा समिति, हरियाणा के तत्वाधान मेें चल रहे संकुल स्तरीय ज्ञान-विज्ञान मेले का आयोजन किया गया जिसमें मोहन नगर स्थित गीता निकेतन विद्या मन्दिर के शिशु वर्ग में 20 व बाल वर्ग के 29 विद्यार्थियों ने भाग लिया। आज विज्ञान की आवश्यकता व महत्व से हम सभी भली-भांति परिचित हैं। आज का विद्यार्थी ही देश का भावी वैज्ञानिक व कर्णधार है। इस तरह की प्रतियोगिताओं से बालक में नवीनतम ज्ञान का सृजन होता है और उनमें विज्ञान के प्रति रुचि बढती है। विज्ञान की उपयोगिता को समझते हुए इस प्रतियोगिता में मोहन नगर विद्यालय के शिशु वर्ग ने विज्ञान प्रश्न मंच व संस्कृति ज्ञान प्रश्न मंच में प्रथम स्थान प्राप्त किया जिसमें प्रतिभागी विद्यार्थी जसमीत कौर, हर्षिता, नन्दिनी, मनप्रीत कौर, रुपा कुमारी व आरुष रहे। विज्ञान माॅडल में शिशु वर्ग के भैया चेतन व यतिन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया बहन भव्या ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। विज्ञान माॅडल बाल वर्ग में भैया अभय शर्मा ने प्रथम स्थान हासिल किया व बहन मनस्वी ने द्वितीय व करिश्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। बाल वर्ग का विज्ञान प्रश्न मंच तृतीय स्थान पर रहा व प्रतिभागी विद्यार्थी भक्ति, अमानत प्रतीक सिंह व अमृता सैनी थे। विज्ञान पत्र वाचन में सातवीं कक्षा की बहन प्रियांशी द्वितीय स्थान पर रही।
प्रथम स्थान पर आने वाले सभी प्रतिभागी प्रांत स्तर से अखिल भारतीय स्तर तक आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेंगे। विज्ञान प्रयोग में बहन वैष्णवी व भैया लवप्रीत द्वितीय स्थान पर रहे। भारत की धरती पर अनेक महान व गणितज्ञ भी हुए हैं। हमारे प्राचीन वैदिक गणित की महत्ता को देखते हुए वैदिक गणित प्रश्न मंच का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के शिशु वर्ग में बहन यशिका, शैलजा, भव्या ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसी तरह गणित माॅडल में शिशु वर्ग की बहन जैसिका द्वितीय व बाल वर्ग की बहन संजना तृतीय स्थान पर रहे। वैदिक गणित प्रश्न मंच बाल वर्ग में ईशा, वैष्णव गर्ग व आयुषि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन सब विधाओं के अलावा कंप्यूटर प्रदर्श में आठवीं के भैया रोहन ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रधानाचार्य महोदय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्हें छोटे वैज्ञानिकों की संज्ञा दी। सभी विजेता विद्यार्थियों को वंदना सभा में विद्यालय के उपाध्यक्ष श्री श्यामलाल जी कौशल, प्रबंधक श्रीमान राजेश गोयल जी, व प्रधानाचार्य श्री यशपाल वधवा जी ने सम्मानित किया व इनके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की। माननीय प्रबंधक जी ने कहा आज के भौतिक युग मे संस्कृति और संस्कारों का पतन हो रहा है। इस दिशा में विद्याभारती ऐसे बालकों का विकास कर रही है जो भारतीय संस्कृति व संस्कारों को बचाने के लिए प्रयासरत है। इस अवसर पर विद्यार्थी व विजयी विद्यार्थियों के अभिभावक व स्टाॅफ उपस्थित रहे।